अमित 20 साल का एक जवान लड़का था. बचपन से ही उसको जुडो और कराटे सिखने में बहुत ज्यादा दिलचस्पी थी. अपने इसी सपने को साकार करने के लिए वो शहेर चला गया. शहेर में अमित ने जुडो और कराटे की सबसे प्रचलित ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट जॉइन कर ली. इस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का नाम ”सुजान” था. वास्तव में सुजान एक बहुत ही प्रसिद्ध जापानीस जुडो ट्रेनर था, जिसके नाम से ही इस इंस्टिट्यूट का नाम रखा गया था.
अपने इसी सपने को साकार करने के लिए वो शहेर चला गया. शहेर में अमित ने जुडो और कराटे की सबसे प्रचलित ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट जॉइन कर ली. इस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का नाम ”सुजान” था. वास्तव में सुजान एक बहुत ही प्रसिद्ध जापानीस जुडो ट्रेनर था, जिसके नाम से ही इस इंस्टिट्यूट का नाम रखा गया था.
कहानी का सार :
अपने इसी सपने को साकार करने के लिए वो शहेर चला गया. शहेर में अमित ने जुडो और कराटे की सबसे प्रचलित ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट जॉइन कर ली. इस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का नाम ”सुजान” था. वास्तव में सुजान एक बहुत ही प्रसिद्ध जापानीस जुडो ट्रेनर था, जिसके नाम से ही इस इंस्टिट्यूट का नाम रखा गया था.